
राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन महासंघ (NAFED)
राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन महासंघ (NAFED) की स्थापना 2 अक्टूबर 1958 को महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर की गई थी। इसे बहु-राज्यीय सहकारी समितियों अधिनियम (Multi-State Cooperative Societies Act) के तहत पंजीकृत किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य किसानों के उत्पाद का सहकारी विपणन सुनिश्चित करना और उन्हें लाभप्रद मूल्य दिलाना था ।
NAFED का मुख्यालय नई दिल्ली, आस-पास स्थित Ashram Chowk में है। इसके अतिरिक्त इसके चार क्षेत्रीय कार्यालय—दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता—साथ ही 28 जोनल कार्यालय पूरे देश में फैले हुए हैं ।
प्रमुख उद्देश्य:
- कृषि, वन और बागवानी उत्पादों का विपणन, भंडारण और प्रसंस्करण।
- Price Support Scheme (PSS) के अंतर्गत तेल बीज, दालें व अन्य उत्पादों की खरीदी एवं मूल्य स्थिरीकरण।
- विभिन्न राज्यों और केन्द्र के साथ मिलकर किसानों को बाजार एवं तकनीकी सहायता प्रदान करना ।
NAFED की उपलब्धियाँ और वित्तीय प्रदर्शन
67वें AGM में रिकॉर्ड प्रदर्शन
सितंबर 2024 में आयोजित 67वें वार्षिक आमसभा (AGM) में NAFED ने उल्लेखनीय वित्तीय उपलब्धियों को साझा किया:
- टर्नओवर: ₹26,520.34 करोड़
- शुद्ध लाभ: ₹492.38 करोड़ — यह अब तक का सबसे बड़ा लाभ था ।
- AGM में 15% लाभांश की घोषणा की गई, जिससे सदस्य संस्थाओं को लाभ हुआ।
- e-Samridhi पोर्टल (जनवरी 2024 से) के माध्यम से अब तक लगभग 17.5 लाख किसान पंजीकृत हुए हैं, और यह संख्या लगातार बढ़ रही है ।
मूल्य स्थिरीकरण में योगदान
जुलाई 2025 तक, NAFED ने 35,000 टन प्याज खरीदा, जबकि NCCF ने 54,000 टन। कुल मिलाकर 90,000 टन की खरीद की गई, और लक्ष्य था 3 लाख टन। यह प्रयास किसानों को उचित मूल्य सुनिश्चित करने और बाजार में स्थिरता बनाए रखने के लिए था ।
चालू योजनाएँ और कार्यक्रम
1. e-Samridhi पोर्टल
जनवरी 2024 में लॉन्च हुआ यह डिजिटल पोर्टल किसानों के लिए एक मंच है जहाँ वे पंजीकरण कर सकते हैं, सरकारी योजनाओं और विपणन संबंधी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। अब तक 17.5 लाख किसान इससे जुड़ चुके हैं ।
2. Bharat Brand Products (Phase-2)
Ministry of Consumer Affairs के OMSS (Open Market Sale Scheme) के तहत, Phase-1 के सफल परिचालन के बाद Phase-2 जुलाई 2024 से प्रारंभ हुआ। इसमें Masoor Dal, Chana, Rice, Atta, Moong आदि उत्पाद उचित कीमत पर मोबाइल वैन और खुदरा चैनलों के माध्यम से उपलब्ध कराए जा रहे हैं ।
3. अंतर्राष्ट्रीय वर्ष सहकारिता 2025 (IYC 2025)
संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित International Year of Cooperatives 2025 के तहत, NAFED ने ‘Sahkar se Samriddhi’ के विजन को बढ़ावा देने वाले कई कार्यक्रम आयोजित किए:
- National debates, panel discussions, webinars, sports प्रतियोगिताएं।
- 500 Bazaar franchises की योजना।
- सोशल और मुख्यधारा मीडिया के ज़रिए सहकारी उत्पादों का प्रचार ।
4. APEDA के साथ सहयोग—MoU
NAFED और APEDA (Agricultural and Processed Food Products Export Development Authority) ने जुलाई 2021 में समझौता किया। इसके तहत:
- FPOs एवं सहकारी समितियों के लिए निर्यात सञ्जाल बढ़ाना।
- गुणवत्ता, तकनीक, मार्केटिंग, स्किलिंग पर सहयोग, और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में सहयोग बढ़ाना शामिल है ।
5. Operation Greens एवं PSS
NA-FED, Operation Greens (किसानों की आय दोगुनी करने हेतु) के तहत तेल बीज और अन्य कमोडिटी के मूल्य स्थिरीकरण हेतु FCI के साथ मिलकर काम करता है। PSS और PM-AASHA के अंतर्गत यह कार्य करता है ।
भविष्य की योजनाएँ और दिशा
- डिजिटल विस्तार – e-Samridhi पोर्टल को और बढ़ाया जाना, जिससे तकनीक आधारित हस्तक्षेप और सुविधाएँ मिल सकें।
- सहकारी ब्रांड का विस्तार – Bharat Brand Mobile Van Franchise समेत अन्य क्षेत्रीय विस्तार।
- IYC-2025 कार्यक्रमों का क्रियान्वयन – सहकारी जागरूकता को बढ़ावा देने वाले बड़े-बड़े राष्ट्रीय स्तर के आयोजन।
- व्यापार एवं निर्यात नेटवर्क मजबूत करना – APEDA के MoU के तहत FPOs और सहकारी समितियों को वैश्विक मंच पर जोड़ना।
- मूल्य स्थिरीकरण प्रयास जारी – Onion buffer stock procurement जैसे मौजूदा योजनाओं का विस्तार।
- लाभांश वितरण – वित्तीय मजबूती के जरिये किसानों और सदस्य संस्थाओं को लाभ पहुँचाना।
NAFED ने अपने स्थापना से लेकर आज तक किसानों के हित, सहकारी मार्केटिंग और मूल्य स्थिरीकरण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इसकी उपलब्धियाँ—रिकॉर्ड लाभ, डिजिटल पहलें, ब्रांड आधारित योजनाएँ और विस्तृत नेटवर्क—सब दर्शाते हैं कि यह संस्था एक मजबूत, जिम्मेदार और किसानों-केंद्रित संगठन के रूप में उभरी है।
भविष्य में NAFED द्वारा तकनीकी सुधार, मार्केटिंग विस्तार और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग से सहकारी क्षेत्र समृद्ध, सक्षम और किसानों के लिए फायदेमंद बनने की दिशा में अग्रसर होगा।
